जीवनशैली : बड़े—बड़े लोग आंखों—आंखों में ही इशारा कर देते हैं और किसी को भनक तक नहीं लगती। आंखों में उपस्थित लैक्रीमल ग्लैंड आंसू बनाने का कार्य करते हैं। दरअसल आंसू हमारी आंखों हेतु कुदरती मॉइस्चराइजर जैसे होते हैं। आंसू की वजह से आंखें स्वस्थ बनी रहती हैं। इसी कारण आंखों की ऊपरी सतह नम रहती है एवं पलकें झपकाने पर उनको काफी आराम मिलता है। आज हम आपको इसी के थोड़े लाभ बताएंगे एवं आंखों का बचाव कैसे करना है। आमतौर पर आंखों की नमी में वृद्धि करने वाले आई ड्राप्स से ड्राई आई की दिक्कत दूर हो जाती है। यदि कोई परेशानी न हो तो भी कम से कम वर्ष में एक बार रुटीन आई चेकअप अवश्य करवाएं तथा डॉक्टर के सभी निर्देशों का पालन कीजिए।
कंप्यूटर पर कार्य करते या पढ़ते वक्त हर एक घंटे के अंतराल पर दो मिनट हेतु अपनी आंखें बंद कीजिए। अपने खाने में ऐसी वस्तुएं सम्मिलित कीजिए, जिनमें एंटी ऑक्सीडेंट तत्व और विटमिन ए उपयुक्त मात्रा में उपस्थित हों। इसके लिए संतरा, पपीता, आम, नीबू एवं टमाटर आदि खाना फायदेमंद होता है। आंखों के आगे से काले घेरे एवं आंखों का सूजापन दूर रखने हेतु 8 घंटे की नींद लेवे। नींद की कमी से ना सिर्फ आंखें लाल होती हैं बल्कि चेहरे का लुक भी खराब हो जाता है।
कंप्यूटर पर कार्य करते या पढ़ते वक्त हर एक घंटे के अंतराल पर दो मिनट हेतु अपनी आंखें बंद कीजिए। अपने खाने में ऐसी वस्तुएं सम्मिलित कीजिए, जिनमें एंटी ऑक्सीडेंट तत्व और विटमिन ए उपयुक्त मात्रा में उपस्थित हों। इसके लिए संतरा, पपीता, आम, नीबू एवं टमाटर आदि खाना फायदेमंद होता है। आंखों के आगे से काले घेरे एवं आंखों का सूजापन दूर रखने हेतु 8 घंटे की नींद लेवे। नींद की कमी से ना सिर्फ आंखें लाल होती हैं बल्कि चेहरे का लुक भी खराब हो जाता है।
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